Bhilai Cyber Crime: अब लगेगा ऑनलाइन फ्रॉड पर ब्रेक! छत्तीसगढ़ पुलिस की विशेष कार्ययोजना लागू…
साइबर ठगी के मामलों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने नया तरीका निकाला है.
भिलाई: साइबर ठगी के मामलों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने नया तरीका निकाला है. अब पुलिस साइबर प्रहरी बनेगी और लोगों को साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए व्हाट्सएप के जरिए ऑडियो और वीडियो भेजकर जागरूक करेगी। साइबर धोखाधड़ी की शिकायत के लिए लोगों को साइबर सेल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बल्कि उन्हें नजदीकी पुलिस स्टेशन से ही मदद मिलेगी |
दुर्ग जिले में पढ़े-लिखे लोग भी लगातार
साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं. साइबर ठग ऐसी ठगी करते हैं, लोग उनकी बातों में आ जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं। इससे बचने का एकमात्र उपाय लोगों का जागरूक होना है। इसे लेकर एसएसपी रामगोपाल गर्ग जागरूकता ग्रुप साइबर प्रहरी शुरू कर रहे हैं।
यह ग्रुप जिले के सभी थानों की बीट है
उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को जोड़ना होगा। इसके बाद इस ग्रुप में एक साइबर जागरूकता वीडियो पोस्ट किया जाएगा. नई तकनीक का उपयोग कैसे करें यह भी बताया जाएगा। इसके अलावा आप लापता व्यक्ति, खोए हुए मोबाइल, चोरी हुए वाहन की डिटेल भी व्हाट्सएप में डाल सकेंगे।
यह रखनी होगी सावधानी
- वाट्सऐप ग्रुप में अनावश्यक वीडियो अपलोड नहीं करना है।
- ग्रुप में पुलिस से संबधित गोपनीयता को शेयर नहीं करना होगा।
- किसी भी प्रकार की विवादित कंटेंट से बचना होगा।
- किसी आदतन अपराधी को ग्रुप में नहीं जोंड़ें।
साइबर अपराध को लेकर लोगों में जागरुकता लाने के उद्देश्य से
साइबर प्रहरी वाट्सऐप ग्रुप सभी थाना में बनाया जा रहा है। साइबर अपराध से बचने और टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के तरीके आदि के वीडियो, ऑडियो पोस्ट किए जाएगे। ताकि साइबर ठगी से बचा जा सके।